Gurjar Pratihar Rajvansh। गुर्जर प्रतिहार राजवंश वंशावली
गुर्जर प्रतिहार राजवंश गुर्जर प्रतिहार वंश का शासन छठवीं से दसवीं शताब्दी तक रहा है। प्रारंभ में इनकी शक्ति का केंद्र मंडोर (मारवाड़) व भीनमाल (जालौर) क्षेत्र था, उसके बाद […]
Continue Readingगुर्जर प्रतिहार राजवंश गुर्जर प्रतिहार वंश का शासन छठवीं से दसवीं शताब्दी तक रहा है। प्रारंभ में इनकी शक्ति का केंद्र मंडोर (मारवाड़) व भीनमाल (जालौर) क्षेत्र था, उसके बाद […]
Continue Readingमेवाड़ के गुहिल राजवंश का इतिहास आहड़ शिलालेख के अनुसार गुहिल ब्राह्मण थे तथा डॉ. गौरीशंकर ओझा एवं वह मुहणौत नैणसी तथा कर्नल जेम्स टॉड के अनुसार गुहिल सूर्यवंशी थे। […]
Continue Readingप्रागेतिहसिक सभ्यताए १. कालीबंगा खोजकर्ता : अमलानंद घोस स्थिती : घग्घर/सरस्वती नदी के तट पर ( हनुमानगढ़ ) दूसरा नाम : प्राक हड़प्पा सभ्यता अवशेष : जूता हुआ खेत, दो […]
Continue Readingरणथंबोर के चौहान पृथ्वीराज चौहान (तृतीय) के पुत्र गोविंद राज ने रणथंबोर में (1194 ई.) में चौहान वंश की स्थापना की गोविंद राज के बाद उसका पुत्र व वलनदेव तथा […]
Continue Readingराजस्थान में 1857 की क्रांति 1857 की क्रांति अंग्रेजों की 100 साल की सत्ता का परिणाम थी। भारत में 1857 की क्रांति की शुरुआत मेरठ से 10 मई 1857 को […]
Continue Readingवासुदेव चौहान ( 551 ई.) वासुदेव चौहान सपालदक्ष (सांभर नगर) चौहान वंश के संस्थापक थे,इन्होंने सांभर झील का निर्माण कराया। सांभर के चौहानों की राजधानी अहिछत्रपुर(नागौर) थी चौहानों की उत्पत्ति […]
Continue Readingराजस्थान के प्रसिद्ध मेले राजस्थान एक बहुत हि खुबसूरत प्रदेश है यहाँ पर लोग खुश रहने के लिए तथा अपनी संस्कृति को जीवित रखने के लिए कई तरह के उत्सव […]
Continue Readingराव बीका (1465 – 1504 ) राव बीका, राव जोधा का पांचवा पुत्र था, इनको “जाँगलधर बादशाह” कहा गया। राव जोधा के पुत्र राव बीका ने 1465 ई. में […]
Continue Readingजोधपुर का राठौड़ राजवंश जोधपुर का राठौड़ राजवंश कन्नौज के सांसद जयचंद से संबंधित है। 1194 चंदावर के युद्ध में मोहम्मद गोरी से जयचंद की पराजय होती है और गहड़वाड […]
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